जय जय ... जय जय छत्तीसगढ़
हमारा छत्तीसगढ़, सुनहरा छत्तीसगढ़ !
हम हैं ... हम हैं
छत्तीसगढ़ी हम हैं
बढे हैं हम, बढ़ रहे हैं
छत्तीसगढ़ को गढ़ रहे हैं
चलो-चलें ... हम सब छत्तीसगढ़
रचें-बसें ... हम सब छत्तीसगढ़
माटी संग, महतारी संग
खेतों संग, खलिहानों संग
गाँव-किसान, संगवारी-मितान
संग संग चल, बढ़ता चल
चल छत्तीसगढ़, बढ़ छत्तीसगढ़
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़ !
हम हैं ... हम हैं
छत्तीसगढ़ी हम हैं
हरियाली ... खुशहाली है
खिल-खिल बहती नदियाँ हैं
कदम-कदम, डगर-डगर
शान अलग ... पहचान अलग है
समभाव ... सर्व-धर्म है
भाईचारा और अपनापन है
महानदी पावन पवित्र है
अर्धकुंभ ... ही महाकुंभ है
चल छत्तीसगढ़, बढ़ छत्तीसगढ़
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़ !!
जय जय ... जय जय छत्तीसगढ़
हमारा छत्तीसगढ़, सुनहरा छत्तीसगढ़ !!
19 comments:
चल छत्तीसगढ़, बढ़ छत्तीसगढ़
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़ !
....jay johar.
चल छत्तीसगढ़, बढ़ छत्तीसगढ़
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़ !
....jay johar.
जयति जय जय, छत्तीसगढ़।
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़ ...
आमीन ... सभी प्रदेश आसमान छूने लगें तो लिटना अच्छा हो ...
प्रासंगिक विषय, बधाई.
छत्तीसगढ़ आघू बढ़
नवा वर्तमान
अउ भविष्य गढ़.
चल छत्तीसगढ़, बढ़ छत्तीसगढ़
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़ !!
vaah !
.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। धन्यवाद
क़दम क़दम डगर डगर,
शान अलग पहचान अलग है।
बहुत अच्छा प्रेरणा गीत।
शुभकामनाएं...।
जय जय छत्तीसगढ़
चल छत्तीसगढ़, बढ़ छत्तीसगढ़
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़ !!
बहुत बढ़िया!.... जय जय छत्तीसगढ़
* छत्तीसगढ़िया!
सबले बढ़िया!!
निस्संदेह आपकी कविता अच्छी , न केवल अच्छी बल्कि आज के छत्तीसगढ़ को सुपरिभाषित करती हुई हैं .
संत कवि पवन दीवान की कविताओं की याद आ गई, मोर छत्तीसगढ़ माटी चन्दन ...
समभाव ... सर्व-धर्म है
भाईचारा और अपनापन है
महानदी पावन पवित्र है
अर्धकुंभ ... ही महाकुंभ है
चल छत्तीसगढ़, बढ़ छत्तीसगढ़
आसमान ... छू ले छत्तीसगढ़
bahut hi prabhav-shali avamkhoob -suratrachna !
koshish achchhi hai. kash yah geet chhand-baddha bhi ho jata. khair, bhavishy mey saja-sanvaraa geet bhi aayegaa. is prayas k liye dil se badhai. abhi to ye angadaai hai. aage aur charhaai hai.
बढ़िया गीत .
श्याम भाई आधुनिक संदर्भों में एवं वर्तमान संगीत परम्पराओं के अनुसार यह थीम सांग के लिये सर्वथा उपयुक्त है, भेजिये इसे डॉ.रमन के दरबार में क्योंकि वे जिससे छत्तीसगढ़ का थीम सांग गवाना चाह रहे हैं वह इस सांग को बेहतर प्रस्तुत कर सकेगा बनिस्बत आचार्य नरेन्द्र देव के गीत के.
आभार.
प्रासंगिक एवम अच्छी पोस्ट , शुभकामनाएं । पढ़िए "खबरों की दुनियाँ"
जय जय छत्तीसगढ़
हमारा छत्तीसगढ़, सुनहरा छत्तीसगढ़ !
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