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Monday, December 8, 2014

हौले हौले

उनके, रंज-औ-गम दोनों फर्जी हैं
सच ! वो बहुत बड़े नकलची हैं ?
… 
सच ! चित्त भी उनकी है, औ पट्ट भी उनकी
बस, खड़े सिक्के पे उनका जोर नहीं चलता ?
.... 
गर जिंदगी शराब है, तो तू मैकदा है
बता, छक कर पियें, या हौले हौले ?

हाईकू
--
जो तू कहे …
ओढ़ लूँ, 
या बिछा लूँ ?

Sunday, December 18, 2011

हाईकू टाईप ...

०१
घुप्प अंधेरा
साँसों में सरसराहट
सुलगते जिस्म !
०२
दहक रहे थे
दोनों तरस रहे थे
दरवाजे पर !
०३
युवा जिस्म
कड़कडाती ठण्ड
बेचैनी ... !
०४
गर्म साँसें
धड़कते दिल
जिज्ञासा ... !
०५
आँखें भूखी
होंठों पे कम्पन
तन व्याकुल !