Friday, February 5, 2010

हार-जीत ...

हर पल, पाने की चाह
कुछ पल के लिये अच्छी है
समर्पण की भावना
सदा के लिये अच्छी है !

जरा सोचो
हमने क्या खोया - क्या पाया
और जरा सोचो
तुमने क्या पाया - क्या खोया !

जिंदगी की राहों में
जीत कर भी हारते हैं कभी
कभी हार कर भी जीत जाते हैं !

भावना हार-जीत की नहीं
समर्पण की देखो !

जीतने वाले को
और हारने वाले को देखो
खुशी को देखो
और अंदर छिपी मायूसी को देखो !

फ़िर जरा सोचो
कौन जीता - कौन हारा
कौन हारा - कौन जीता

मत हो उदास, जीत कर भी तू
संतोष कर
देख कर मुझको
हारा नही हूं, हारा नही हूं !!

15 comments:

Razi Shahab said...

जिंदगी की राहों में
जीत कर भी हारते हैं कभी
कभी हार कर भी जीत जाते हैं
sahi kaha aapne

arvind said...

हारा नही हूं, हारा नही हूं ।
.....sunder, rochak.

Pushpendra Singh "Pushp" said...

बहुत खूब लिखा
जरा सोचो
हमने क्या खोया - क्या पाया
और जरा सोचो
तुमने क्या पाया - क्या खोया
आभार...........................

संजय भास्‍कर said...

बहुत खूब लिखा

संजय भास्‍कर said...

बहुत सुन्दर व सटीक रचना है।बधाई स्वीकारें।

संजय भास्‍कर said...

shyam ji plz visit my new post....

.....देश सबका है......

....कहीं ऐसा तो नहीं....

वन्दना अवस्थी दुबे said...

बहुत सुन्दर.

"अर्श" said...

achhi baaten hameshaa hi achhi hoti hain uday ji badhaayee aur aabhaar ..



arsh

vandana gupta said...

ji sahi kaha santoshi kabhi nhi harta........bahut hi sundar.

रश्मि प्रभा... said...

भावना हार-जीत की नहीं
समर्पण की देखो
जीतने वाले को
और हारने वाले को देखो
खुशी को देखो
और अंदर छिपी मायूसी को देखो
waah

36solutions said...

जीवन की सार्थकता. बहुत सुन्दर कविता, धन्यवाद उदय जी

shama said...

हर पल, पाने की चाह
कुछ पल के लिये अच्छी है
समर्पण की भावना
सदा के लिये अच्छी है

जरा सोचो
हमने क्या खोया - क्या पाया
और जरा सोचो
तुमने क्या पाया - क्या खोया
Kitna saty hai!

निर्मला कपिला said...

जिंदगी की राहों में
जीत कर भी हारते हैं कभी
कभी हार कर भी जीत जाते हैं

भावना हार-जीत की नहीं
समर्पण की देखो
उदयजी सही बात है प्रश्न हार जीत का नही क्या पाया और क्या खोया की भी नही--- भावना केवल सएपण की है जो हमेशा खुशी देता है समर्पण मे आदमी कभी हार जीत नही देखता कितनी बडे बात है सुन्दर अभिव्यक्ति शुभकामनायें

Unknown said...

जिंदगी की राहों में
जीत कर भी हारते हैं कभी
कभी हार कर भी जीत जाते हैं


behtareen....

Anonymous said...

"हर पल पाने की चाह
कुछ पल के लिये अच्छी है"
....
सच्ची सीख, बहुत सुंदर