यदि ..
व्यवस्था लचर हो चली हो तो
कुछ इस तरह धक्का मारो व्यवस्था में
कि -
थरथरा जाये ..
नींव भी,
अगर
ऐसा नहीं हुआ तो ..
नहीं किया तो ..
इक दिन .. दब कर मर जाओगे
दम घुट जायेगा ...
अभी भी वक्त है
व्यवस्था के .. भरभरा कर गिरने में .... ?
- श्याम कोरी 'उदय'
व्यवस्था लचर हो चली हो तो
कुछ इस तरह धक्का मारो व्यवस्था में
कि -
थरथरा जाये ..
नींव भी,
अगर
ऐसा नहीं हुआ तो ..
नहीं किया तो ..
इक दिन .. दब कर मर जाओगे
दम घुट जायेगा ...
अभी भी वक्त है
व्यवस्था के .. भरभरा कर गिरने में .... ?
- श्याम कोरी 'उदय'