मां - ममता
प्यार - दुलार
लेना - देना
चाह - प्यार
अग्नि - तेज
दुख - पीडा
क्रोध - कष्ट
भष्म - भष्मम
मां - साया
छाया - शीतल
पूजा - प्रार्थना
रक्षा - कवच
शत्रु - राक्षस
कष्ट - निवारण
बुरी - नजर
काला - टीका
मां - शक्ति
कील - काजल
भूत - पिशाच
दूर - निवारण
अग्नि - पवन
रंग - चंदन
फ़ूल - खुशबू
धरा - अंबर
जन्म - जन्मांतर
दुर्गा - काली
लक्ष्मी - सरस्वती
मां - मां !
16 comments:
माँ तो माँ है .... बस माँ है !
उम्दा प्रस्तुती जिसमे माँ के हर ममता को चित्रण करने की कोशिस /
अति प्रशंसनीय ।
waah saare shabd kareene se baithaye hain waah...
आप की कविता पढ कर लगा कि मां की स्तुति मै कोई श्लोक पढ रहा हुं, बहुत सुंदर.
धन्यवाद
माँ शरण मे हूं रक्षा कर। बहुत सुन्दर मां की स्तुति का नायाब तरीका।
माँ की पहचान मातृत्व से है -- नमन
माँ को नमन
मां - साया
छाया - शीतल
पूजा - प्रार्थना
रक्क्षा - कवच....maa kee mahima akhand, achhed, abhed
जी नमस्ते ..... एक अच्छी प्रस्तुति ....सुन्दर रचना ../माँ पर कुछ भी लिखो कम ही लगता है ..फिर भी आपने बहुत सुन्दर लिखा है ...बस इसे पढ़ कर इतना ही कहूँगा की दुनिया की हर माँ को शत-शत नमन ....'माँ ' शब्द अपने आप में महान है /// और इसी महान शब्द पर हमने भी कुछ लिखने की कोशिश की है ....उसे भी अपनी टिपण्णी में ही शामिल समझे ....आपके सुझाव सादर आमंत्रित है
http://athaah.blogspot.com/2010/05/blog-post_08.html
बेहतरीन तरीके से लिखी गई कविता "
माँ माँ माँ ... माँ कह दिया तो आगे और क्या कहना ... बहुत अच्छा लिखा है ...
बहुत सुंदर प्रस्तुति... मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
श्याम जी बहुत ही खूबसूरत प्रस्तुति..माँ को नमन है...मातृ दिवस की हार्दिक बधाई
मातृ दिवस के अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें
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