मुफलिसी सा तम्बू है, और बादशाही ठाठ हैं
कर्ज औ मौज, दोनों … दोनों साथ साथ हैं ?
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अब तक, किसी ने हमें गुरु नहीं पुकारा है 'उदय'
देखते हैं, अभी… शाम-रात तक का वक्त है ??
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कभी कुछ - कभी कुछ
वो, बड़ी आफत की पुड़िया है 'उदय' ?
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किस ओर है नजर, किस ओर हैं ख़्वाब
तनिक अहसास करो, कोई साथ साथ है ?
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ये और बात है, किसी की उधारी चुकता नहीं की हमने
पर, ले के भागने की, …… फितरत नहीं है हमारी ??ये और बात है, किसी की उधारी चुकता नहीं की हमने
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