Saturday, June 26, 2010

शेर

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नहीं है रंज, तेरी बेवफ़ाई का
रंज है तो, तेरी खामोशियां हैं।

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2 comments:

36solutions said...

बहुत बढि़या शेर है उदय भाई. खामोशी को अब तोड़ना होगा.

हे बेवफा अब तो कमेंट चिपका दे. कुछ शब्‍द ना सही स्‍माईली तो लगा दे.

Randhir Singh Suman said...

nice