... चलिये आज अपुन सुनाता है आप लोग को "तीसरी सुपाडी" की दास्तां ... जिसने अपुन को एक नया नाम दिया "भगवान दादा" .... हुआ यूं कि लाश को ठिकाने लगाने गये तो चारों चिरकुट थे पर वापस आया सिर्फ़ एक ... जिसका नाम था "गोली" ... गोली ने वापस आकर सारा किस्सा सुनाया था अपुन को ... जिसको अपुन ने टपकाया था उसका नाम था "फ़िरकी पठान" जो "वसूली पठान" का सगा छोटा भाई था ... वसूली पठान मुम्बई का एक दादा था जो दुकानदारों, व्यपारियों तथा फ़ूट्पाथ पर सोने वालों से हफ़्ता वसूला करता था जिसके नाम से सभी लोग थरथर कांपा करते थे ... मतलब ये था कि अपुन ने सीधे तौर पर एक "दादा" से पंगा ले लिया था ... इसी डर से "गोली" के तीन साथी "फ़िरकी पठान" ली लाश ले कर चले गये थे और "गोली" दिल की आवाज सुनकर अपुन के पास आ गया था ...
... फ़िरकी पठान को अपुन टपकाया है ये खबर मुम्बई में आग की तरह फ़ैल गई थी पर सब ये जानते थे कि तीन दिन बाद "वसूली पठान" आयेगा तो अपुन को टपका डालेगा ... "गोली" ने अपुन के बारे में व्यापारियों व दुकानदारों को ये बता रक्खा था कि अपुन दयालु इंसान है और अपुन का नाम "भगवान दादा" है ... सच तो ये है कि अपुन अपना असली नाम भी भूल गया था ... एक सच्चाई तो ये भी थी कि सभी "वसूली पठान" के आतंक से भयभीत थे और उससे छुटकारा भी चाह रहे थे इसलिये उन सभी लोगों ने "गोली" के सामने प्रस्ताव रखा था कि यदि "भगवान दादा" उससे मुक्ति दिला दें तो वे दो गुना हफ़्ता देने को तैयार हैं .... पर सब ये जानते थे कि पिछले बीस साल में किसी की हिम्मत नही हुई जो पांच मिनट भी टिक सका हो "वसूली पठान" के सामने ...
... बिलकुल यही खौफ़ "गोली" की आंखों में भी नजर आता था वह तीन दिन से कहते आ रहा था "भाई" निकल चलते हैं मुम्बई से बाहर ... आज फ़िर सुबह से ही वह खौफ़ अपुन उसकी आंखों में देख रहेला था क्योंकि आज शाम को "वसूली पठान" आने वाला था ... आज फ़िर "गोली" अपुन के पैर पकड कर मुम्बई से बाहर चलने का बोल रहा था ... उसकी आंखों में खौफ़ देखकर अपुन के अंदर "बिजली" कौंध उठी थी और खून खौलने लगा था ... अपुन ने बोला "गोली" ये बता कहां कहां जायेंगे ... जहां गये वहां भी ऎसा ही फ़िर ... ये बता "मर कर भी चैन न मिला तो किधर जायेंगे" ...
... "गोली" जा सभी व्यापारियों को बोल डाल शाम को हफ़्ता तैयार रखें ... अपुन अब कहींच्च जाने वाला नही है और हां जब "वसूली पठान" आयेगा तो तू व्यापारियों के पास रहना ... जैसे ही अपुन का पलडा भारी लगे तो तू "हफ़्ता" लेना शुरु कर देना ... अगर अपुन खल्लास हुआ तो देख ये अपुन के गले में जो "लाल कपडा" बंधा हुया है ऎइच्च अपुन का "कफ़न" है इसको उडा देना, जिंदा रहा तो तेरे को सुनाऊंगा इस "कफ़न" की कहानी ... चल जा जैसा बोला वैसाइच्च कर ... अपुन का खून खौलना चालूइच्च था कि कब वो साला चिरकुट आये ....
... अपुन चौगड्डे पे ही उसका इंतजार कर रहेला था ... वसूली आया भी तो हिजडों की फ़ौज लेकर शेर की तरह दहाडता आया ... उसे देख कर अपुन का खून उबलने लगा ... अपुन बोला अबे चिरकुट तू इन हिजडों के दम पे उचक रहेला है क्या, हिम्मत है तो अकेला ... वो साला शेर की तरह छलांग लगाते आ गया ... अपुन ने जब उसको पटकनी देना शुरु किया साला तीन-चार पटकनी में ही टें बोल गया ... जब साले को घुमा के फ़ैंका तो सीधा व्यापारियों की भीड में जाकर गिरा ... गिरते ही साले का दम उखड गया ... चारों तरफ़ से "भगवान दादा" जिंदावाद जिंदावाद के नारे गूंजने लगे ...
... इस सुपाडी के बदले "गोली" को लगभग पचास हज्जार रुपये का "हफ़्ता" इकट्ठा हुआ ... चारों तरफ़ अपुन की जय जय कार होने लगी ... लोग अपुन को "भगवान दादा" के नाम से जानने लगे ... तीन - चार घंटे के बाद ही अपुन फ़िर सोचने पे मजवूर हो गया कि अपुन आज तीसरे को टपका डाला याने की "तीसरी सुपाडी" ... पर इस बार अपुन खुद को समझाया कि ये "आखिरी सुपाडी" है इसके बाद मार-पीट टोटली बंद, अब अपुन चैन से रहेगा "गोली" सब काम संभालते रहेगा .... पर अपुन साला क्या से क्या हो गया लोगों के लिये "भगवान दादा" बन गया ... "भगवान दादा" ... हा हा हा ... हा हा हा हा ... हा हा हा हा हा हा ... (यह हंसी अपुन को भगवान दादा बनने के कारण नहीं आया था वरन हालात पर आया था) ...!!!
22 comments:
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अंकल अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास ।
अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास
अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास
अब अपुन आ गेला है अब इस पोस्ट को अपुनिच्च उपर ले जायेगा क्या स्टोरी लिखेला है बास बोले तो झक्कास
apun panji gova se reporting kar rah hai boss.
koi locha ho to bolne ka.sab thik ho jayenga.
koi idhar girenga. udhar girenga.
jay ho
apun panji gova se reporting kar rah hai boss.
koi locha ho to bolne ka.sab thik ho jayenga.
koi idhar girenga. udhar girenga.
jay ho
apun panji gova se reporting kar rah hai boss.
koi locha ho to bolne ka.sab thik ho jayenga.
koi idhar girenga. udhar girenga.
jay ho
apun panji gova se reporting kar rah hai boss.
koi locha ho to bolne ka.sab thik ho jayenga.
koi idhar girenga. udhar girenga.
jay ho
apun panji gova se reporting kar rah hai boss.
koi locha ho to bolne ka.sab thik ho jayenga.
koi idhar girenga. udhar girenga.
jay ho
bas ab film dekhane ja rahe hain.
"ravan" dekhana hai.
maja ayega ha ha ha
jay ho
bas ab film dekhane ja rahe hain.
"ravan" dekhana hai.
maja ayega ha ha ha
jay ho
bas ab film dekhane ja rahe hain.
"ravan" dekhana hai.
maja ayega ha ha ha
jay ho
झकासइच झकास चल रेला है "सुपारी" देताइ च रह सुपारी।
:)
:)
Post a Comment