Friday, April 10, 2009

शेर - 26

बडा मुश्किल है जीना, यारों के चलन में
यारों से, रकीबों के रिवाज अच्छे हैं ।

9 comments:

mark rai said...

nice .... inspirational lines...

पूनम श्रीवास्तव said...

Vah..shyam ji,
bahut badhiya sher likha hai apne..
badhai.

Alpana Verma said...

बडा मुश्किल है जीना, यारों के चलन में
यारों से, रकीबों के रिवाज अच्छे हैं ।

waah !bahut khuub sher kahaa hai!

www.dakbabu.blogspot.com said...

Bahut sundar..dad deta hoon.

www.dakbabu.blogspot.com said...

दैनिक हिंदुस्तान अख़बार में ब्लॉग वार्ता के अंतर्गत "डाकिया डाक लाया" ब्लॉग की चर्चा की गई है। रवीश कुमार जी ने इसे बेहद रोचक रूप में प्रस्तुत किया है. इसे मेरे ब्लॉग पर जाकर देखें !!

दिगम्बर नासवा said...

अच्छा शेर..............बहुत खूब

Mumukshh Ki Rachanain said...

यारों से, रकीबों के रिवाज अच्छे हैं ।
बहुत अच्छी और कडुवे सच को मुखातिव होती रचना.

बधाई.

चन्द्र मोहन गुप्त

Saleem Khan said...

great shyam bhai great

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत खूब!!