Wednesday, March 18, 2009

शेर - 23

फूलों में जबां तुम हो, खुशबू पे फिदा हम हैं
अकेले तुम तो क्या तुम हो, अकेले हम तो क्या हम हैं।

4 comments:

Mumukshh Ki Rachanain said...

फूलों में जबां तुम हो,
खुशबू पे फिदा हम हैं
अकेले तुम तो क्या तुम हो,
अकेले हम तो क्या हम हैं।

वह भाई जान , क्या बात कह दी!!!!!!!!!!!!!!!

पर लगता है आप अकेले हैं तो हमें इतनी ख़ूबसूरत शेर तो पढने, गुनगुनाने को तो मिल रहे हैं...........

चन्द्र मोहन गुप्त

दिगम्बर नासवा said...

बहुत खूब है शेर.....

mark rai said...

फूलों में जबां तुम हो, खुशबू पे फिदा हम हैं
अकेले तुम तो क्या तुम हो, अकेले हम तो क्या हम हैं......
dil ke taar ko baja gaya aapaka yah sher... man ko dukha diya aapka yah sher... sochta hoon saare armaan jaga diya yah aapka sher....

BrijmohanShrivastava said...

उम्दा शेर /अकेले तुम ,अकेले हम ,न तुम तुम हो न हम हम है