Saturday, March 14, 2009

शेर - 20

ताउम्र समेटते रहे दौलती पत्थर
मौत आई तो मिटटी ही काम आई ।

4 comments:

राज भाटिय़ा said...

लेकिन यह बात सब की समझ मै नही आती, काश इस शॆर का अर्थ सब की समझ मै आ जाये तो सभी सुखी हो जाये.
धन्यवाद इस सुंदर शॆर के लिये

BrijmohanShrivastava said...

मिट्टी ही मिट्टी के काम आई

दिगम्बर नासवा said...

बेहतरीन शेर...........
जिंदगी का सच २ लाइनों में समेत लिया......
साधु साधु

Smart Indian said...

बहुत खूब!