"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
झौंके बन चुके हैं हम हवाओं के
तेरी आँखों को अब हमारा इंतजार क्यों है।
good post hai ji nice good goingSite Update Daily Visit Now And Register Link Forward 2 All Friendsshayari,jokes,recipes and much more so visitcopy link'shttp://www.discobhangra.com/shayari/
bahot achha she`r hai....isse ghazal mei tabdeel kijiye to hm sb ko aur achha parhne ko mil paaye........ ---MUFLIS---
आज नही तो कलहोगा परिवर्तन चहूँ ओर फैले होंगे पुष्प और मन्द-मन्द पुष्पोँ की खुशबू "जीवन से जुड़ी आशा और उमंग लाजवाब"Regards
झौंके बन चुके हैं हम हवाओं के तेरी आँखों को अब हमारा इंतजार क्यों है। very nice and touching one!
वतन की खस्ताहाली से मतलब नहीं उनकोवतन के शिल्पी होकर जो गददार बन बैठे। बहुत सुंदर.धन्यवाद
Post a Comment
5 comments:
good post hai ji nice good going
Site Update Daily Visit Now And Register
Link Forward 2 All Friends
shayari,jokes,recipes and much more so visit
copy link's
http://www.discobhangra.com/shayari/
bahot achha she`r hai....
isse ghazal mei tabdeel kijiye to hm sb ko aur achha parhne ko mil paaye........
---MUFLIS---
आज नही तो कल
होगा परिवर्तन
चहूँ ओर फैले होंगे पुष्प
और मन्द-मन्द पुष्पोँ की खुशबू
"जीवन से जुड़ी आशा और उमंग लाजवाब"
Regards
झौंके बन चुके हैं हम हवाओं के
तेरी आँखों को अब हमारा इंतजार क्यों है।
very nice and touching one!
वतन की खस्ताहाली से मतलब नहीं उनको
वतन के शिल्पी होकर जो गददार बन बैठे।
बहुत सुंदर.
धन्यवाद
Post a Comment