Sunday, August 5, 2018

मित्र छाँव है, पूरा एक गाँव है !

मित्र छाँव है, पूरा एक गाँव है
भाई है
पिता है
माँ है
बहन है

मित्र, क्या नहीं है ?

कुआ है
झरना है
बहता पानी है

चौपाल है
स्कूल है
मंदिर है
बाजार है
खेत है
खेल का मैदान है

मित्र, क्या नहीं है ?

धूप है
बरसात है
ठंड है
आग है
मित्र छाँव है, पूरा एक गाँव है !

~ उदय

2 comments:

सुशील कुमार जोशी said...

सुन्दर

ब्लॉग बुलेटिन said...

ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, हैप्पी फ्रेंड्शिप डे - ब्लॉग बुलेटिन “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !