Wednesday, August 15, 2018

आजादी

मुबारक हो
तुम्हें .. तुम्हारी .. भाषणी आजादी, कागजी आजादी

हमें तो
एक ऐसी आजादी चाहिए जहाँ -

बोलने ..
उड़ने ..
घूमने ..
फिरने ..
चलने ..
विचरने ..
सोने ..
जगने ..
उठने ..
बैठने ..
लिपटने ..
सिमटने .. की पूरी आजादी हो

कला आजाद हो, कलाकार आजाद हों
धर्म आजाद हों,
संस्कृतियाँ आजाद हों ..... !

~  उदय

2 comments:

शिवम् मिश्रा said...

ब्लॉग बुलेटिन टीम और मेरी ओर से आप सभी को ७२ वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं |


ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, ७२ वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं “ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

सुशील कुमार जोशी said...

शुभकामनाएं।