वक्त के साथ बदलने को वो तैयार नहीं थे 'उदय'
उफ़ …सच …लो, अब वक्त बदल रहा है उन्हें ?
…
न रंज…न गम…न गिला…न शिकवा
मुहब्बत अपनी कुछ ऐसी ही है 'उदय' ?
…
अक्सर …
रूठ जाते हैं - टूट जाते हैं
रिश्ते, घरौंदे, दिल,
कच्ची बुनियाद के ? …
तू इक बार रूठ के तो देख
गर न मना लूँ तो कहना ?
…
सच ! आज यहां, कल वहां, तो परसों कहीं और होंगे
हम मुसाफिर हैं 'उदय', सफर ही अपनी जिंदगी है ?
…
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