सवाल नहीं है अब कच्चे-पक्के का
जब खुद है दिल उनका बच्चे का ?
…
…
अच्छे दिन, आने वाले हैं, या… जाने वाले हैं
बड़े कन्फ्यूज हैं हम, कहें तो क्या कहें 'उदय' ?
…
कुरेद कुरेद के उन्ने जख्म हरे कर दिए
और अब कहते हैं कि हमें माफी दे दो ?
…
बेरहमों पर रहम
क्यों, किसलिये ?
…
…
लो 'उदय', नटों को भी ………… मात दे रहे हैं वो
फर्जी प्रचार औ दुष्प्रचार के बाद, अब फर्जी नौटंकी ?…
No comments:
Post a Comment