इंतज़ार तो है हमें उसका भी
जो वादे के समय ही, न निभाने का कह के गया है ?
...
वो समझते हैं हमारी मजबूरी 'उदय'
कि - एक वो ही नहीं है, और भी हैं हमारे चाहने वाले ?
...
गम-औ-खुशी के बीच का, कोई रास्ता बता 'उदय'
जिंदगी भी तार लूँ मैं, मंजिल भी पार लूँ मैं !
1 comment:
जिंदगी भी तार लूँ मैं, मंजिल भी पार लूँ मैं ! बहुत सुन्दर
Post a Comment