Sunday, April 22, 2012

चेलागिरी ...

'शेर' लिखते रहो, किसने रोका है 'उदय' 
पर, हमारी पगड़ी तो मत उछाला करो ! 
... 
खामोशियों का मतलब, कोई बेवफाई न समझे 
सुनते हैं, उन्हें बातें नहीं आतीं !!
... 
कुछ लोगों की चेलागिरी सचमुच अनूठी है 'उदय' 
गर कोई चांटा भी मारे, तो वो मुस्कुरा देंगे !!

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

भक्तों की जमात है।