वह
बहुत अच्छी
कविताएँ लिख रही है
पर
थोड़ी-सी शंका है !
क्या ?
वह खुद लिख रही है
या
कोई और
उसके नाम से लिख रहा है !
क्यों, क्योंकि -
अक्सर सुनते रहे हैं
कि -
कई लोग
फास्ट पब्लिसिटी के लिए
नाम बदल कर
किसी हसीन नाम से भी लिखते हैं !!
वैसे, कोई बुराई नहीं है !
शब्द और भाव
तो पैदा करने ही होंगे !!
नहीं तो,
नाम कब तक काम आयेगा !!!
2 comments:
नाम का प्रभाव तो कविता में पड़ता है।
"हसीं कवि की कवितायेँ |" शब्द और भाव तो पैदा करना ही होगा प्रशंस्निये रचना |आप कृपया मेरे ब्लॉग पर दस्तक दें ,आप की प्रतिक्रिया मेरा मार्गदर्शन करेगी ,धन्यवाद |
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