Saturday, February 4, 2012

हमकदम ...

चौथा आदमी
चौथा खम्बा
चौथा बन्दर
चौथा रास्ता
चौथा भरोसा
पहले
दूसरे
तीसरे
का हमकदम है ...
उम्मीदें ... नाउम्मीदों जैसी हैं !!

2 comments:

vidya said...

वाह !!!!!!!!!!!!!!!!!

प्रवीण पाण्डेय said...

पहले तीन भी काम आयें..