जीवन छुक-छुक गाड़ी है
बहुत दूर स्टेशन है !
ग्रीन लाईट है बढ़ने दो
धीरे धीरे चलने दो !
हवा के झौंके आने दो
गीत-भजन भी होने दो !
छुक-छुक बातें चलने दो
छुक-छुक यादें बनने दो !
छुक-छुक करते आए थे
छुक-छुक करते बढ़ने दो !
बहुत दूर स्टेशन है
ग्रीन लाईट है बढ़ने दो !
जीवन छुक-छुक गाड़ी है
धीरे धीरे चलने दो !!
4 comments:
छुक छुक में जीवन दर्शन।
बिलकुल सही कहा आपने जीवन छुक छुक गाड़ी है धीरे -धीरे चलना ही पढ़ेगा |
ऐसा ही है जीवन!
अच्छे से समझाया जीवन दर्शन
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