"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
ढेर सारी शुभकामनायें.
BAHUT BAHUT BADHAI HO SHYAM JI
बहुत बढ़िया से लिखा गया आलेख... सचमुच बुर्के पर प्रतिबन्ध दुर्भाग्यपूर्ण है...
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3 comments:
ढेर सारी शुभकामनायें.
BAHUT BAHUT BADHAI HO SHYAM JI
बहुत बढ़िया से लिखा गया आलेख... सचमुच बुर्के पर प्रतिबन्ध दुर्भाग्यपूर्ण है...
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