सिक्का खोटा है
तो क्या हुआ
फेंक दोगे
तो क्या होगा
शायद कुछ नहीं !
पडा रहने दो जेब में
क्या फर्क पड़ता है
संभव है किसी दिन
काम आ जाए
क्या काम आयेगा !!
शायद कुछ नहीं !
पर, संभव है
किसी दिन
किसी दोराहे पर
वही खोटा सिक्का
हेड-टेल के
काम आ जाए
जीत कर
एक बाजी
नई मंजिल
नई दुनिया
का बादशाह
बना जाए
खोटा है
तो रहने दो
पर जेब में
पडा रहने दो
संभव है
किसी दिन
काम आ जाए !!!
16 comments:
Kya baat kahi hai...khota sikkabhi kuchh na kartab,kabhi na kabhi na kabhi dikhahi sakta hai!
ise kahte hai sakaratmak soch.......
aabhar !
आदमी वैसे सोचता उल्टा है ,
खोटे सिक्के को चलता है पहले ,
और सही वाले को अपने पास रखता है ,
क्योकि सही तो कभी भी चल जाएगा ,
इसलिए पहले खोटे से छुटकारा पाया जाता है ,
और इस तरह , खोटा सिक्का , खरे सिक्के को ,
चलन से बाहर कर देता है ..
ये भी मजेदार रहे अगर आप जैसे सोचा जाए,
इस तरह, खरे सिक्के ,
फिर बाज़ार में आ जाए ...
door ki soch ek din kam ayega achhi lagi rachna , badhai
बहुत सुंदर जी धन्यवाद
खोटा सिक्का असली सिक्के को चलन से बाहर कर देता है।
खोटा सिक्का चलने का प्रयास करता है, फेंके जाने का नहीं।
बहुत सुंदर
खोटा है
तो रहने दो
पर जेब में
पडा रहने दो
संभव है
किसी दिन
काम आ जाए !!!
Beautiful imagination !
.
बड़ी नेक सलाह दी है भाई । बहुत खूब ।
इस प्रतीक पर एक बहुत सुन्दर फिल्म बनी थी खोटे सिक्के वह याद आ गई । अच्छी रचना ।
बहुत सटीक/// शरद भाई ने खोटे सिक्के की खूब याद की.
बहुत सटीक..
अच्छी रचना...!
बहुत खूब कहा है .... सच है कभी कभी खोटे सिक्के भी चल जाते हैं ....
बहुत सुन्दर.
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