Wednesday, September 15, 2010

... जी सर "हैप्पी हिन्दी दिवस" !!!

... सर कल १४ सितम्बर है ... तो क्या हुआ, होने दो, अपने को क्या लेना-देना, एक काम करो तुम उस "गाडी" को अभी दो घंटे में मेरे पास भिजवा दो मुझे उसे लेकर जंगल घूमने जाना है ... सर कौन सी "गाडी" ! ... अरे वही वाली जिसे तुमने पिछले हफ्ते दौरे के समय सर्किट हाऊस भिजवाया था ... (तनिक सोचने के बाद ) अरे हाँ सर आपका मतलब उस "गाडी" से है ... हाँ हाँ उसी से है, बहुत लक्जरी "गाडी" है ...

... सर उसे छोडो, उसे तो मैं भिजवा ही दूंगा किन्तु चार-पांच दिन के बाद ही भेज पाऊंगा ... क्यों, क्या हो गया ... सर अभी एक घंटा पहले ही उसे बुलवा रहा था पर वह अभी गैरेज में पडी है कम से कम तीन दिन तो लग ही जायेंगे ठीक होने में, सर कल १४ सितम्बर है "हिन्दी दिवस" ... अरे पहले क्यों नहीं बताया ... सर वही तो बताने की कोशिश कर रहा हूँ पर आप हो कि सुनते ही नहीं हो ...

... ये तो एक नई समस्या आ गई "हिन्दी दिवस" ... करो कुछ करो, कहीं कुछ लेने के देने न पड़ जाएँ ... वही तो कह रहा हूँ सर आप ठहरे विभाग के मंत्री और मैं विभाग का सर्वे-सर्वा ... एक काम करो, तुम मेरे पास आओ और बैठ कर कुछ प्लान बनाओ ... ठीक है सर कुछ न कुछ तो करना ही पडेगा, बस पंद्रह मिनट में पहुँच रहा हूँ सर ... (फोन डिस्कनेक्ट ) ...

... (पंद्रह मिनट बाद ) हाँ सर हाजिर हूँ बताएं क्या करना है ... अबे "सुपर माडल" तू मुझसे पूछ रहा है क्या करना है तू नहीं जानता क्या, मुझे "हिन्दी" से "एलर्जी टाईप" की कुछ बीमारी है मैंने मुख्यमंत्री से कितना कहा कि मुझे इस समस्या में मत फंसाओ, कोई सुनता ही नहीं अब क्या बोलूँ तू तो जानता है मुझे "हिन्दी" न तो लिखना आता है और न ही पढ़ना, तुम लोग के भरोसे काम चल रहा है, कुछ सोचो मुंह दिखाते हुए मत बैठे रहो, और हाँ ये हिन्दी-विन्दी दिवस बंद करने का कोई उपाय सूझे तो उसे पहले बताना ... जी सर ...

... सर कल आपका एक प्रोग्राम रख लेते हैं जिसमें आप "हिन्दी दिवस" पर पांच मिनट का भाषण बोलेंगे, बाकी सब मैं संभाल लूंगा आपको सिर्फ पांच मिनट संभालना है ... अरे मेरे "कोहिनूर हीरे" मुझे क्यों फंसा रहा है इस पांच मिनट के लफड़े में और भला मैं कैसे हिन्दी में भाषण दे पाऊंगा ... कुछ तो करना ही पडेगा सर ... एक काम करो वो दिया-अगरबत्ती जलाने तथा फूल-माला पहनाने का काम मुझे करने दो बाकी सब तुम कर लेना ... भाषण ... वो भी तुम पढ़ देना मेरी ओर से ...

... मैं धन्य हो गया सर क्या बुद्धि पाई है आपने ... अरे ऐसे वैसे ही मंत्री थोड़े ही बन गए हैं, ठीक है सब फायनल हो गया ... जी सर बिलकुल फायनल है ... एक काम और करना प्रोग्राम देखने वालों में पंद्रह-बीस अपने चेले-चपाटों को भी बैठाल देना जो समय समय पर तालियाँ ठोकते रहें ... जी सर ...

... (दूसरे दिन ) हिन्दी दिवस कार्यक्रम स्टार्ट ... तालिओं-पे-तालियाँ ... प्रोग्राम संपन्न ... खूब वाह वाही ... (शाम को पुन: मुलाक़ात के क्षण ) ... सर आज तो कमाल हो गया मीडिया वालों ने चार चाँद लगा दिए प्रोग्राम में, दिन भर चर्चा-ही-चर्चा है चारों तरफ आपका ही जय जय कारा है ... ये हुई न बात ... सर एक बात समझ में नहीं आई की ये मीडिया वाले ... अरे तू छोड़ उसको ये बता आजकल क्या "मैनेज" नहीं होता ... मान गए सर आपको और आपके "मैनेजमेंट" को ...

... अरे सुन आज "हिन्दी दिवस" है समझ रहा है मेरा मतलब ... नहीं सर ... तू बस "माडलिंग" करते रह, कान इधर ला कोई सुन न ले, आज हम हिन्दी दिवस को ही सिलेब्रेट करेंगे समझ गया ... जी जी जी ... आज हिन्दी, बिलकुल देसी ... सर सर हाँ सर समझ गया ... अब तू तो जानता है सुबह से ही सब "मैनेजमेंट" हो रहा है कुछ असल में हिन्दी दिवस भी हो जाए ... जी सर ... एक काम कर आज दोनों मिलकर साथ-साथ सिलेब्रेट करते हैं "हिन्दी दिवस" ... सर हो जाएगा ... अब क्यों खामोश खडा है जा इंतजाम में लग जा ... सर मैं ये सोच रहा हूँ हमारे जैसे लोग रहेंगे तो क्या होगा "हिन्दी" का ... ज्यादा इमोशनल मत बन एक नारा याद रख हैप्पी हिन्दी ... हैप्पी "हिन्दी दिवस" ... जी सर "हैप्पी हिन्दी दिवस"!!!

6 comments:

संजय भास्‍कर said...

नमन हमारा भी हिन्दी को ... राष्ट्र भाषा को ...

संजय भास्‍कर said...

हिन्दी दिवस हम हिन्दी दिवस गर्व और उलास के साथ मनाते हैं, हिन्दी में कार्य करने का संकल्प दोहराते हैं !

Majaal said...

नशेड़ियों को क्या चाँद और क्या बिंदी, हिंदी दिवस हो तो देसी, इंग्लिश हो तो विदेसी ..

Coral said...

हैप्पी हिंदी डे ...:)

प्रवीण पाण्डेय said...

हैप्पी बर्थ डे टु हिन्दी।

दिगम्बर नासवा said...

सच है हिन्दी का हेप्पी बड़े मुबारक ...