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क्या करूं तुझे अब सलाम, ए तिरंगे
खून से सने हाँथ भी तुझे, अब फहरा रहे हैं।
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क्या करूं तुझे अब सलाम, ए तिरंगे
खून से सने हाँथ भी तुझे, अब फहरा रहे हैं।
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3 comments:
Ye tirange ki dor is deshki jantane hee khoon se sane haathon me pakdaa dee hai! Kise ilzaam den?
क्या बात कही है ....
jatho naam tatho kaam. ekdam karwa sach
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