kshama said...
Bhukamp hua tha ya nahi?
@kshama
...आप कन्फ़्यूज न हों ... सत्य घटना है ... अभी तक तो पेपर व टेलिविजन पर पढा-सुना था ... पर स्वयं साक्षात महसूस करने का अनुभव हुआ ... मेरे जीवन का एक अनमोल क्षण है जिसे मैंने महसूस किया है ... तूफ़ानी हवा / बबंडर / मुसलाधार वारिश बगैरह बगैरह को अनेक बार सामने महसूस किया है पर भूकंप से धरती की कंपन महसूस करना ... एक अदभुत नजारा था ... मैंने लिखा है मुझे आश्चर्य ही हुआ कि ये क्या हुआ ... दूसरे दिन यदि पेपर में नहीं छपता तो ... बात आई-गई हो जाती ... खैर इतना ही कहूंगा ... एक अदभुत अनुभूति रही जो जीवन भर याद रहेगी !!!!
5 comments:
sirji aapka bhookamp to kisi ne seriously liya hi nahi lagta hai...
Jawab ke liye dhanywad!
Haan! Janti hun,bhookamp kitna pralankari ho sakta hai...yaaden taza hain..
मंगलवार 15- 06- 2010 को आपकी रचना ( जीवन पथ )... चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर ली गयी है
http://charchamanch.blogspot.com/
samajh nahi aaya acharya uday ji
hamne to bachpan se na jaan ekitni bar mahsoos kiye hain bhukamp ke jhatke jankar aashcharya huaa ki aapne pahli baar mehsoos kiya magar han ye sach hai jo pahli baar mehsoos karte hain unka kyaa haal hota hai.
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