Sunday, June 20, 2010

लो भाई एक और फ़र्जीवाडा ... ब्लाग 4 वार्ता !!!

चलो एक और फ़र्जीवाडा पर आपका ध्यान केंद्रित कराते हैं ... अब क्या करें फ़र्जीवाडा बर्दास्त नहीं किया जा सकता ... कम से कम आंखों के सामने ... तौबा तौबा ... ब्लागजगत में चल रहे फ़र्जीवाडे पर ही अब मेरा ध्यान केंद्रित सा हो गया है ... क्या करें, ब्लागदुनिया "अंधेर नगरी चौपट राजा" हो रही है ... अभी अभी इंटरनेट पर क्या पहुंचे ... फ़िर से दिख गया एक और फ़र्जीवाडा ...

... ब्लाग 4 वार्ता ... एक चिट्ठों व पोस्टों की चर्चा करने वाला ब्लाग / मंच ... जिसका खुद का कुछ भी नहीं है बस इधर-उधर के ब्लाग व पोस्टों को लिंक देने का काम है ... इस लिंक देने का मकसद क्या है वह बाद में बताऊंगा ... बात दरअसल ये है कि अभी दूसरे मुद्दे पर चर्चा की जा रही है ... हुआ ये कि इस ब्लाग पर १००वीं पोस्ट लगी है ... सभी बधाई दे रहे हैं ... मेरी ओर से भी शुभकामनाएं ...

...अब चलते हैं असली मुद्दे पर ... चिट्ठाजगत के ताजा आंकडों के अनुसार ... ब्लाग 4 वार्ता की पोस्ट संख्या - 100 और सक्रियता क्रं - 263 ......... वहीं दूसरी ओर ब्लाग - कडुवा सच की पोस्ट संख्या - 301 और सक्रियता क्रं - 267 ....... ये क्या माजरा है कोई बतायेगा कि ३०१ पोस्ट वाला ब्लाग पीछे और मात्र १०० पोस्ट वाला ब्लाग सक्रियता में आगे .... क्या फ़र्जीवाडा है ... क्या हिसाब-किताब है ... है किसी बुद्धिजीवी के पास कोई सकारात्मक उत्तर ... खैर छोडो ...

... असली मुद्दे पर बात की जाये ... हुआ ये कि चिट्ठाजगत के हवाले/घोटाले की मेहरवानी से ये हुआ है ... आओ आप खुद देख लो क्या माजरा है ... ब्लाग 4 वार्ता के हवाले/घोटाले की संख्या - 11 और कडुवा सच के हवाले/घोटाले की संख्या - 10 ..... मतलब एक आंकडे के अंतर से सक्रियता में इतना अंतर ... पता नहीं पूरे ब्लागजगत में कितना फ़र्जीवाडा चल रहा है कौन कौन सा ब्लागर सक्रियता में न जाने कहां से कहां पहुंच गया है ...

... देखने वाली बात तो ये है कि जब ये ब्लाग खुद ही दूसरे ब्लागों व पोस्टों की चर्चा करने के लिये बना है ... फ़िर इसकी चर्चा कर कौन महानुभाव इसे सक्रियता में ऊपर ले जा रहा है ... पूरे ब्लागजगत का यही हाल है ... जितने भी चर्चा के मंच बने हैं मुझे तो लगता है सब का यही हाल है ... सब का नंबर धीरे धीरे लगने वाला है ... अब मैंने तो मोर्चा ही खोल कर रखा हुआ है ... ऊपर से नीचे तक जितने भी फ़र्जीवाडे मेरी नजर में आयेंगे सब का दूध का दूध और पानी का पानी करना जारी रहेगा ... फ़िलहाल तो फ़र्जीवाडा जारी है ... जय हो फ़र्जीवाडे की ... !!!

... ये सब चिट्ठाजगत के हवाले/घोटाले की मेहरवानी से हो रहा है ... जय हो !!!!

16 comments:

रंजन (Ranjan) said...

इसके खिलाफ हम एक नई चर्चा शुरू करते है... आप मेरी चर्चा करना.. मै आपकी.. दिन में कम से कम चार बार... दो हफ्तों में टॉप में आयेगें...

क्या बोलते है?

संगीता पुरी said...

मैं देखने पहुंची कि कहीं ब्‍लॉग4वार्ता ने 99वें पोस्‍ट को 100वां तो नहीं कह दिया ??
पर यहां तो माजरा दूसरा है .. हो सकता है समय के अनुपात में पोस्‍ट के कम अधिक होने से सक्रियता में अंतर आता हो .. आपका ब्‍लॉग काफी समय से चल रहा है .. जबकि ब्‍लॉग4वार्ता नया है !!

राज भाटिय़ा said...

अपुन मस्त है जी

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

सराहनीय पोस्ट
सही समय पर सही पोस्ट

आभार

1st choice said...

अकंल अंकल मुझे समझ नही आया फ़र्जीवाडा।

पापा जी said...

उदय तुम बकवास कर रहे हो।

पापा जी said...

उदय याद करो तुमने अलविदा ब्लागिंग लिखा था ?????

कडुवासच said...

@रंजन
.... आपका सुझाव ...लाजवाब है !!!!

कडुवासच said...

@पापा जी
... अलविदा कर दूंगा तो तुझे बहुत खुशी मिलेगी क्या !!!

कडुवासच said...

@पापा जी
....तुम जैसे गुमनामियों को तो ये बकवास ही लगेगा!!!!

संजय भास्‍कर said...

सराहनीय पोस्ट
सही समय पर सही पोस्ट

संजय भास्‍कर said...

is par bhi charcha honi chahiye..

डॉ टी एस दराल said...

भाई हम तो आंकड़ों पर ध्यान ही नहीं देते । वैसे भी अक्सर गलत ही होते हैं ।

दिगम्बर नासवा said...

इस गड़बड़ झाले में क्या पड़ना .. अपना अपना काम किए चलो ....

सूर्यकान्त गुप्ता said...

अब हम इन सब बातों को तिलान्जलि देने सोचा है। अपनी गाड़ी धीरे धीरे ही चलाते रहेंगे। केवल एक बात समझ मे आयी वह है "अपना हाथ जगन्नाथ" और कलाकारों के लिये यह सहज है। हम ठहरे बुद्धू।

अजय कुमार झा said...

अरे श्याम भाई ,आप भी कहां और किन व्यर्थ की आंकडेबाजी में उलझे हुए हैं । ब्लोगजगत में आए हैं तो अपने कार्यानुभव , अपने जिंदगी के खूबसूरत पलों , अनुभवों , और बहुत कुछ जो आपने अपने भीतर रखा हुआ है , उन्हें शब्द दीजीए न । देखिए आपको कितना सुकून और हमें कितना आनंद आएगा । यकीन जानिए कर के देखिए ........हमें प्रतीक्षा रहेगी ।