Saturday, September 5, 2015

समस्त गुरु-घंटालों को ..... जय हिन्द !

वैसे तो …
अपना
अब तक का सफर
गुरु-घंटालों संग ही गुजरा है

किसी ने
शुरू से ही खुद को गुरु माना,  
तो किसी ने बीच में, 
तो किसी ने जाते जाते खुद को गुरु ही बताया,

अब आप, समझ सकते हैं
हमारा सफर
कितना रोचक व दिलचस्प रहा होगा
यादगार होगा,
समस्त गुरु-घंटालों को ..... जय हिन्द !!!

~ श्याम कोरी 'उदय'

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