Sunday, November 2, 2014

पतवार ...

चलो पकड़ लें,
राह पकड़ लें, डोर पकड़ लें,
जीवन की …
पतवार पकड़ लें,
फिर …
चले चलें, बढे चलें …
मंजिल की ओर …
सपनों की ओर … … … !

1 comment:

hem pandey(शकुनाखर) said...

दृढ़ इच्छाशक्ति से ही जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है।