उनकी खुबसूरती पे, अब हम क्या बेबाक टिप्पणी दें
जब हमने कभी, .......... गौर से देखा नहीं उनको ?
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कुछ घड़ी को, रौशनी हुई थी आँगन में
कोई है, जो छत पे आकर चला गया ?
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ऐंसा सुनते हैं 'उदय', कि वे मर्जी के मालिक हैं
वजह,...कुछ ख़ास नहीं, ........ सम्पादक हैं ?
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