Friday, November 9, 2012

कलंकी लाल ...


खूब सोच-विचार के बाद, 
माँ-बाप ने 
नाम उसका 'राम' रखा था 
उनके जेहन में 
इस बात का 
अंदेशा भी नहीं रहा होगा 
कि -
इक दिन ...
बेटा 
बड़ा होकर 
उन्हें और 'राम' 
दोनों को ... 
सरेआम कलंकित करेगा ? 

1 comment:

प्रवीण पाण्डेय said...

कबिरा इस संसार में...