Tuesday, November 13, 2012

हौसला आफजाई ...


सच ! सितारे जगमगाएँ, लाख चाहे आसमां में 
कल बिन तेरे, अंधेरा.. लग रहा था आंगना में !!
... 
सच ! तुम्हारे आगमन से, घर का अंधेरा छट गया है 
बस, तनिक छू लो हमें, हम भी जगमगा जाएँ फिर !!
... 
जो तू कहे तो रात सारी, 'दीप' बन जलता रहूँ 
बस दो घड़ी तू ठहर जा हौसला आफजाई को ! 

No comments: