Saturday, August 27, 2011

आधी आजादी !!

हमें
मिली थी एक आजादी
आज से पहले भी
धीरे-धीरे, हुई वो धूमिल
पर
आज हमें
ये दृढ निश्चय करना है
जोश में आकर
हमको, होश न खोना है !

वरना
फिर से
ऐसा, फिर, हो सकता है
कि -
जिस आजादी को
हमने, पाकर, खोया है
वैसे दिन
फिर से भी आ सकते हैं !

ये माना
हम मान रहे हैं
जीत हमारी, हुई है आधी
पूरी जीत, जीत की खातिर
संघर्षों के दिन-रात
अभी, और बिताना है
आधी जीत को -
पूरी जीत बना कर ही
हमें जीत का जश्न मनाना है !!

3 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

सटीक सन्देश ... अभी बहुत कुछ बाकी है ..

प्रवीण पाण्डेय said...

भविष्य बड़ी आशा लिये बैठा है।

Dev said...

बहुत खूब ....लाजवाब