जिस्म, आबरू, रुंध गई, लुट गई, तार तार हुई
अब नहीं बचा कुछ गांठ में, हिम्मत के सिवा !
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कुछ फितरती लोग, इतने मतलबी हुए
सच ! आज कश्मीर जहन्नुम हुआ है !
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भ्रष्ट, हमें गर्व है खुद पर, स्वीस बैंक कोड रखते हैं
उफ़ ! देश चला तो रहे हैं, अब क्या जान ले लोगे !
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जात, समुदाय, धर्म, भाषा, रंग, रूप
उफ़ ! कब तक हम लड़ते रहेंगे !
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सच ! नेता और करेला, पक गए
उफ़ ! मगर अफसोस, मीठे न हुए !
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ताउम्र खून तपाते रहे देश के लिए
उफ़ ! गुम हुए ऐसे, फिर निशां न मिले !
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रिश्तों की अहमियत अब न रही
उफ़ ! दौलतें पहचान बन गईं हैं !
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लिखते लिखते छप गईं, छपते छपते रह गईं
'उदय' ये कविताएं हैं, पढी गईं, पढी जाती रहेंगी !
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जुबां दी, मुकरे नहीं, लोग लड़ते रहे 'उदय'
उफ़ ! आज जुबां का, कोई हिसाब नहीं !
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प्रेम किया, निहारते रहे, छुआ तक नहीं
सच ! जीते रहे, मर गए, अमर हो गए !
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चाकू, तलवार, कट्टे, बम, शान की बातें हुईं 'उदय'
सच ! कागज़, कलम, कलमकार, देशद्रोही हुए हैं !
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सच ! कोई दिल्ली, तो कोई मुंबई में शान से बैठा है
बेख़ौफ़ है, विदेशों में जमीं और पैसा रख छोड़ा है !
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सच ! उसकी मर्जी, चाहे जितना आजमा ले मुझे
गर उसे एतराज न हो, तो मैं 'खुदा' बन जाऊंगा !
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बुझ गए चिराग, 'उदय' घुप्प अन्धेरा हुआ
सच ! कोई चला गया, हवा के झोंके संग !
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आजादी की आस, अब मिट चुकी है 'उदय'
दुकां खुली है, बच्चों के लिए तिरंगा खरीद लेता हूँ !
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स्वतन्त्र हैं, स्वतंत्रता है, चलो एक प्रण करें 'उदय'
चलते चलें, राह में किसी रोते को हंसाते चलें !
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16 comments:
बस तिरंगा ही मँहगाई से बचा है।
बहुत ही उम्दा!
मेरे ब्लॉग पर आपकी कमी सी है.....
आभार
हालात तो ऐसे ही हैं लेकिन चले भी जा रहे हैं ।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें ।
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.....
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हिन्दी के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले ब्लॉग।
बहुत सुन्दर ...
गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर आप को ढेरों शुभकामनाये
रिश्तों की अहमियत अब न रही
उफ़ ! दौलतें पहचान बन गईं हैं !
हाँ यह सच है ....एक एक शेर विचार करने योग्य है ....आपका आभार
बस तिरंगा ही मँहगाई से बचा है।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें ।
जात, समुदाय, धर्म, भाषा, रंग, रूप
उफ़ ! कब तक हम लड़ते रहेंगे !
...
सच ! नेता और करेला, पक गए
उफ़ ! मगर अफसोस, मीठे न हुए !
आजादी की आस, अब मिट चुकी है 'उदय'
दुकां खुली है, बच्चों के लिए तिरंगा खरीद लेता हूँ !
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सभी शेर बहुत उम्दा ..झकझोर देने वाले
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें..
प्रेम किया, निहारते रहे, छुआ तक नहीं
सच ! जीते रहे, मर गए, अमर हो गए !
बहुत सुन्दर...गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई...
माहौल निराशाजनक है..
हर नज़्म तीखी और गहराई से भरी हुई ..... सुंदर प्रस्तुति. गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें और बधाई
उफ़ ! मगर अफसोस, मीठे न हुए !
गणतंत्र दिवस पर हार्दिक शभकामनाओं सहित...
गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें
बहुत ही उम्दा!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाइयाँ !!
Happy Republic Day.........Jai HIND
सुंदर प्रस्तुति|
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें|
.आपका आभार
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