आज भारत बंद था
कुछ लोग, घर से ही नहीं निकले
निकलते तो, दो-चार -
बेवजह सडक दुर्घटना में मारे जाते !
चलो अच्छा रहा
आज भारत बंद था
कुछ लूट के शिकार होने से बच गए
तो कुछ किडनेप होते होते रह गए !
इससे भी बडी खबर तो ये है, कि -
कुछ महिलाएं -
छेडछाड, छींटाकशी, से बची रहीं !
और कुछेक तो
बलात्कार की शिकार होने से
कम-से-कम एक दिन के लिये
तो बाल बाल बच ही गईं !
शुक्र है बुद्धिजीवियों का
जो एक दिन के लिये
तो भलाई का कदम उठाया !
बुराई कहीं नजर आई
तो बस सडकों पर
देश के कुछेक कर्णधार, बल प्रदर्शन कर
तोड-फ़ोड, मारा-मारी करते
दुकानें बंद कराते -
व गरीबों को सताते दिखे
तो कुछ यह सब होते देखता दिखे !
धन्य हैं लोकतंत्र के कर्णधार
जो भारत बंद ... बंद ... बंद ...
के समर्थन व विरोध में, हो हल्ला कर रहे हैं !
रही बात मंहगाई की
वो तो खूब, फ़ल-फ़ूल रही है
दिन-दूनी, रात-चौगनी
सीना तान कर
एक एक कदम, आगे बढ रही है !
भारत बंद तो होता आ रहा है
आगे भी होता रहेगा
आज विपक्षी रोटी सेंक रहे हैं
तो कल पक्षियों को भी
रोटी सेंकने का भरपूर मौका मिलेगा !
ये लोकतंत्र रूपी भट्टा है यारो
जिस में अंगार, हरदम गरमा गरम मिलेगा
धन्य है ये लोकतंत्र रूपी मायानगरी
धन्य है... भारत बंद ..... धन्य है !!!
12 comments:
मेरा भारत महान.
धन्य है... धन्य है ... धन्य है।
धन्य है ये लोकतंत्र रूपी मायानगरी
धन्य है... धन्य है ... धन्य है।
बंद के बावजूद हमे तो दिन भर मेहनत करके ही रोटी मिली है.
धन्यवाद उदय भाई.
धन्य है... धन्य है ... धन्य है।
धन्य है... धन्य है ... धन्य है।
धन्य है... धन्य है ... धन्य है।
धन्य है... धन्य है ... धन्य है।
धन्य है... धन्य है ... धन्य है।
अंकल अपुन जा रहा हूं 6.00 बजे परेड अटेंड करना है।
बंद कि दुनिया भी बड़ी अजीब है ...
सच में मेरा भारत महान ....
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