Monday, August 3, 2009

बोल-अनमोल

* 40 *
“मैं एक सिद्धांत पर कार्य करता हूँ कि क्या सकारात्मक है और क्या सकारात्मक हो सकता है।”
* 39 *
“आँगन में ऎसे पौधे न लगाएं जिसमे काँटे हों, फूल हों तो ठीक है न हों तो भी ठीक है।”
* 38 *
“लालच व बेइमानी अदभुत शक्तियाँ हैं जो मनुष्य को अपना गुलाम बना लेती हैं।”
* 37 *
“सपने देखना जितना महत्वपूर्ण है उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण सपनों को साकार करने हेतु उठाए गये कदम हैं।”
* 36 *
“मेरी कार्य योजनाएँ कितनी सकारात्मक व उपयोगी हैं यह देखना भी मेरा दायित्व है।”
* 35 *
“भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्ति हर क्षण भ्रष्टाचार के नये-नये उपाय ढूँढते रहता है उसके पास परिवार व समाज हित के लिये वक्त ही नही होता।”
* 34 *
“सफलताएँ उनके कदमों को चूमतीं हैं जो सफलताओं की ओर कदम बढाते हैं”

14 comments:

Vinay said...

जीवन में अपनाने योग्य बातें
---
1. चाँद, बादल और शाम
2. विज्ञान । HASH OUT SCIENCE

Mumukshh Ki Rachanain said...

सभी बोल अत्यंत अनमोल लगे.
उत्तम विचार.
बधाई.

संजीव गौतम said...

श्याम भाई इतनी अच्छी बाते कहां से लाते हो इन्हें डायरी में भी लिख लिया है या नहीं?

jamos jhalla said...

kayaa sakaaratamakta ke liye icchaa shakti kaa honaa jaroori hai.
jhall-kalam-se
angrezi-vichar.blogspot.com
jhallevichar.blogspot.com

शोभना चौरे said...

aacharn me utarne yogy bate
dhnwad

vijay kumar sappatti said...

simple and superb thoughts , sir ji aapne bahut acchi baate kahi hai .. aapko dil se badhai ..

vijay

pls read my new poem "झील" on my poem blog " http://poemsofvijay.blogspot.com

दिगम्बर नासवा said...

सफलताएँ उनके कदमों को चूमतीं हैं जो सफलताओं की ओर कदम बढाते हैं,..........

सत्य वचन कहा है..... जो लोग माने इसे ......

sandhyagupta said...

“सपने देखना जितना महत्वपूर्ण है उससे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण सपनों को साकार करने हेतु उठाए गये कदम हैं।”

sabhi bol anmol hain.

KK Yadav said...

Badi sundar baten...jiwan men apnaya jay..tabhi uddhar hoga.

स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें. "शब्द सृजन की ओर" पर इस बार-"समग्र रूप में देखें स्वाधीनता को"

BrijmohanShrivastava said...

ये अनमोल वचन नहीं बल्कि बचनामृत हैं

Akshitaa (Pakhi) said...

Sundar bat batai apne.

पाखी की दुनिया में "बाइकिंग विद् पाखी" http://pakhi-akshita.blogspot.com/

महावीर said...

आपके ये बोल-अनमोल सहेजने योग्य हैं. पूजा के वक्त मंत्रों की जगह ये 'बोल-अनमोल' का उच्चारण किया जाये तो पूजा ज्यादा सार्थक होगी.
महावीर शर्मा

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' said...

उत्तम विचार....अच्छी प्रस्तुति....बहुत बहुत बधाई...

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' said...

उत्तम विचार....अच्छी प्रस्तुति....बहुत बहुत बधाई...