ये कैसा सर्कस है 'उदय',
जहां -
गधे,
घोड़े,
खच्चर,
चूहे,
बिल्ली,
गिरगिट,
कबरबिज्जू,
सियार,
लोमड़ी …
सब मिलजुल कर
एक साथ
करतब दिखाने की फिराक में हैं ?
और तो और
उनके ही चेले-चपाटे
पहले से ही
दर्शकदीर्घा से
वाह-वाह … वाह-वाह …
बहुत खूब … बहुत खूब …
के नारे … ... ... लगा रहे हैं ??
2 comments:
true..
जय हो।
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