Thursday, August 20, 2015

The Political Train

No signals,
no guards,
no checkers,

no chain pulling,
no specific stoppages,
no justified destination,

is our
political train
running smoothly ?

Wednesday, August 19, 2015

आस्तीन का साँप ...

चहूँ ओर, नूरा-कुश्ती सा घमासनी आलम है 'उदय'
तू साँप,.. नहीं तू साँप,.. नहीं तू आस्तीन का साँप ?

Monday, August 17, 2015

संभल के चलें ...

कहीं दलदल तो कहीं भुरभुरी जमीं है 'उदय'
कोई, उनसे कह दे …. ज़रा संभल के चलें ?

Wednesday, August 12, 2015

शातिर ...

किसी का वक्त, तो किसी का मुकद्दर शातिर निकला
भाई 'उदय', जनता ठगी की ठगी रह गई ?????????

Wednesday, August 5, 2015

लानत ...

गर 'उदय', हीरे को, हीरा होने की गवाही देना पड़े
उफ़ ! तब लानत है जमाने भर के जौहरियों पे ?