आ भी जाती, तो क्या होता, हिचकी ही तो है
कौन सा उन्हें … वो अपने संग लिए आती ?
…
सच ! हम कैसे उसे धर्मात्मा मान लें 'उदय'
आखिर, बलात्कार का इल्जाम है उस पर ?
…
सवाल ये नहीं है 'उदय', कि वो कुछ छिपा रहे हैं
सवाल ये है, कि वो ….…… क्यूँ छिपा रहे हैं ?
…
जब उसने, आते ही ............ मुझे गुरु कहा था 'उदय'
मैं समझ गया था, मुझे अपना चेला बनाने आया है ?
…
सच ! एक समय, थी तो उन्हें बैकुंठ की चाहत 'उदय'
पर, खुद ही बाहर निकलने को छट-पटा रहे हैं आज ?
…
कौन सा उन्हें … वो अपने संग लिए आती ?
…
सच ! हम कैसे उसे धर्मात्मा मान लें 'उदय'
आखिर, बलात्कार का इल्जाम है उस पर ?
…
सवाल ये नहीं है 'उदय', कि वो कुछ छिपा रहे हैं
सवाल ये है, कि वो ….…… क्यूँ छिपा रहे हैं ?
…
जब उसने, आते ही ............ मुझे गुरु कहा था 'उदय'
मैं समझ गया था, मुझे अपना चेला बनाने आया है ?
…
सच ! एक समय, थी तो उन्हें बैकुंठ की चाहत 'उदय'
पर, खुद ही बाहर निकलने को छट-पटा रहे हैं आज ?
…
2 comments:
वाह ..उदय जी , बहुत सुन्दर
सवाल ये नहीं है 'उदय', कि वो कुछ छिपा रहे हैं
सवाल ये है, कि वो ….…… क्यूँ छिपा रहे हैं ?
सच कहा ... मतलब जानना भी जरूरी है ...
Post a Comment