ये लोग, किस जात - किस मजहब की बात कर रहे हैं 'उदय'
कोई समझाए उन्हें, कि - हमें तो है सिर्फ वोटों से मतलब ?
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हमें मालूम है 'उदय', कि - वो अपना जमीर बेच चुके हैं
पर, हम भी मजबूर हैं, हाँथ फैलाएं तो फैलाएं कहाँ ??
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सच ! क्या खूब हुनर है उनकी नज़रों में 'उदय'
बगैर मोल-भाव, जिसे चाहे उसे खरीद लेते हैं ?
1 comment:
पता नहीं किसके क्या मतलब?
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