"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
जीने की चाह सबको हो, आने वाली पीढ़ी को तो और भी।
rosh ke bhaav jagati hui kshanika.
Post a Comment
2 comments:
जीने की चाह सबको हो, आने वाली पीढ़ी को तो और भी।
rosh ke bhaav jagati hui kshanika.
Post a Comment