मैं, हाँ भई मैं
जनता द्वारा, चुना हुआ
चुनाव लड़ा हुआ
जीता हुआ
नेता, प्रतिनिधी हूँ !
हाँ भई
मैं ही असल में जनप्रतिनिधी हूँ !!
सरपंच हूँ
महापौर हूँ
विधायक हूँ
सांसद हूँ
मंत्री हूँ
मुख्यमंत्री हूँ !
और कल का होने वाला प्रधानमंत्री हूँ !!
ग्राम पंचायत
नगर पंचायत
नगर निगम
विधान सभा
लोक सभा
चहूँ ओर, मेरी ही जय जयकार है !
क्यों, क्योंकि, मैं ही असल में सरकार हूँ !!
अब, जब
जीत ही गया हूँ
तो फिर
तुम, हाँ भाई तुम
तुम अब होते कौन हो, जो मुझे
रोको, टोको, और मेरा विरोध करो !
देखेंगे, देख लेंगे, तुम्हें भी, अगले चुनाव में ... !!
4 comments:
मेरी मर्जी।
बहुत सही बात कही है आपने| धन्यवाद|
सर्वप्रथम नवरात्रि पर्व पर माँ आदि शक्ति नव-दुर्गा से सबकी खुशहाली की प्रार्थना करते हुए इस पावन पर्व की बहुत बहुत बधाई व हार्दिक शुभकामनायें।
चुनाव दर चुनाव चुनती है जनता "नेता"
नेता होता है "नेता" जो भँवरे (लट्टू) मे बंधकर चलाता है उसे (लट्टू को) वैसे हमारे नेता चलाते हैं जनता को। सुंदर चित्रण……जय जोहार
बहुत सही बात कही है आपने| धन्यवाद|
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