Friday, July 30, 2010

खाओ-पिओ ..... मौज-उडाओ !

इडली-दोसा
सादा-सादा
छोले-भठूरे
तीखा-तीखा
पाव-भाजी
मौजा-मौजा
गुपचुप-चाट
सरपट-सरपट
खाओ-पियो
मौज-उडाओ

दही-समोसा
जलेबी-रबडी
हलुवा-पुडी
माल-पुआ
रस-मलाई
मलाई-चाप
खाओ-पिओ
मौज-उडाओ

दाल-बाटी
बैगन-भर्ता
चटनी-टमाटर
लिट्ठी-चोखा
चिकन-तंदूरी
चिल्ली-चिकन
मटन-बिरयानी
कीमा-कलेजी
सूतम-सूत
डकार-डकार
खाओ-पिओ
मौज-उडाओ !

9 comments:

kshama said...

Mujhe 2 maah khan paan ka sakht parhez hai aur yahan aake aapki yah rachana padh lee! Ab mooh me paani aa raha hai!

संजय कुमार चौरसिया said...

sach hai

khao-piyo mauj udao

http://sanjaykuamr.blogspot.com/

राजभाषा हिंदी said...

बहुत अच्छी प्रस्तुति।
राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।

Dev said...

आपकी ये रचना पढ़ कर सच में मुह में पानी अगया ....बढ़िया परस्तुती

1st choice said...

nice

राज भाटिय़ा said...

सब की एक एक पलेट जल्दी से भेज दे, तभी तो मॊज उडायेगे जी, मजा आ गया आप की यह रचना पढ कर

shama said...

Lagta hai aapke blog pe ek badhiya-sa bhojnalay khul gaya hai!

संजय भास्‍कर said...

मजा आ गया आप की यह रचना पढ कर

Udan Tashtari said...

मस्त रचना.