"चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे नहीं आए / तुम झुकते नहीं, और मैं चौखटें ऊंची कर नही पाता !"
क्या बात कह दी है,आज तो कमाल कर दियाधमाल कर दिया,मालामाल कर दिया।वाह वाह वाहआज तो इसी बात पर कुछ करने को जी चाहता हैले आ साकी पैमानाआंखो से पीने को जी चाहता है।बहुत खूब
इन नजरों सेतुझे छू करमैं चला जाऊंगा।बहुत खूब, लाजबाब !
वाह उदय भाई! बढिया है!! चुराते रहिये नजर!
बहुत बढ़िया
छूकर चला जाऊंगा या पीकर चला जाऊंगा.. यह तय कर लीजिए। वैसे बड़ा रहस्य है इस रचना में।
sundar sirji...
आईये जानें ... सफ़लता का मूल मंत्र।आचार्य जी
हम तो मर मिटे इस छूने की अदा पर
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8 comments:
क्या बात कह दी है,
आज तो कमाल कर दिया
धमाल कर दिया,मालामाल कर दिया।
वाह वाह वाह
आज तो इसी बात पर
कुछ करने को जी चाहता है
ले आ साकी पैमाना
आंखो से पीने को जी चाहता है।
बहुत खूब
इन नजरों से
तुझे छू कर
मैं चला जाऊंगा।
बहुत खूब, लाजबाब !
वाह उदय भाई! बढिया है!! चुराते रहिये नजर!
बहुत बढ़िया
छूकर चला जाऊंगा या पीकर चला जाऊंगा.. यह तय कर लीजिए। वैसे बड़ा रहस्य है इस रचना में।
sundar sirji...
आईये जानें ... सफ़लता का मूल मंत्र।
आचार्य जी
हम तो मर मिटे इस छूने की अदा पर
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