पहले .. हजार, दो हजार, पांच हजार फूंका करते थे
शौक पर, शौक से
अब
सौ, दो सौ, तीन सौ ही फूंक पा रहे हैं
क्योंकि -
गरीबी रेखा के नीचे जो पहुँच गए हैं साहब
वजह
वही पुराने नवाबी ठाठ
विदेशी शराब
मंहगी-मंहगी सिगरेट के कश
जंगलों की सैर
ठाठ औ शौक
दोनों अभी भी जिंदा हैं
बस ..
बीपीएल कार्ड जारी नहीं हुआ है
क्योंकि -
साहब आज भी पुरानी कोठी में रहते हैं !
~ उदय
शौक पर, शौक से
अब
सौ, दो सौ, तीन सौ ही फूंक पा रहे हैं
क्योंकि -
गरीबी रेखा के नीचे जो पहुँच गए हैं साहब
वजह
वही पुराने नवाबी ठाठ
विदेशी शराब
मंहगी-मंहगी सिगरेट के कश
जंगलों की सैर
ठाठ औ शौक
दोनों अभी भी जिंदा हैं
बस ..
बीपीएल कार्ड जारी नहीं हुआ है
क्योंकि -
साहब आज भी पुरानी कोठी में रहते हैं !
~ उदय
3 comments:
बढ़िया :)
https://bulletinofblog.blogspot.com/2018/08/blog-post_14.html
सुंदर
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