Monday, August 13, 2018

नवाबी ठाठ

पहले .. हजार, दो हजार, पांच हजार फूंका करते थे
शौक पर, शौक से

अब
सौ, दो सौ, तीन सौ ही फूंक पा रहे हैं

क्योंकि -
गरीबी रेखा के नीचे जो पहुँच गए हैं साहब

वजह
वही पुराने नवाबी ठाठ

विदेशी शराब
मंहगी-मंहगी सिगरेट के कश
जंगलों की सैर

ठाठ औ शौक
दोनों अभी भी जिंदा हैं

बस ..
बीपीएल कार्ड जारी नहीं हुआ है

क्योंकि -
साहब आज भी पुरानी कोठी में रहते हैं !

~ उदय