वो चोर थे
इसलिए आज हम भी चोर हैं
वो फिरकीबाज थे
इसलिए आज हम भी फिरकीबाज हैं
उन्होंने संविधान की खूब गिल्लियाँ उड़ाईं
तो हम चौके-छक्के उड़ा रहे हैं
हम उनसे किसी भी मामले में
पीछे नहीं हैं
हम उन्हें सबक सिखा कर ही रहेंगे
कि -
तुम तुम थे, तो हम भी हम हैं
जनता ... ?
जनता की तो ... ऐसी की तैसी .... !!
~ उदय
इसलिए आज हम भी चोर हैं
वो फिरकीबाज थे
इसलिए आज हम भी फिरकीबाज हैं
उन्होंने संविधान की खूब गिल्लियाँ उड़ाईं
तो हम चौके-छक्के उड़ा रहे हैं
हम उनसे किसी भी मामले में
पीछे नहीं हैं
हम उन्हें सबक सिखा कर ही रहेंगे
कि -
तुम तुम थे, तो हम भी हम हैं
जनता ... ?
जनता की तो ... ऐसी की तैसी .... !!
~ उदय
2 comments:
ऐसी की तेसी।
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 28.06.18 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3015 में दिया जाएगा
धन्यवाद
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