मित्रों .....
आज मैं एक ऐसे विषय पर चर्चा करने जा रहा हूँ जो हमारी सेहत व तंदुरुस्ती के लिए बेहद आवश्यक है .. बचपन में .. हम .. अक्सर ...
कुछ भोज्य पदार्थों को बहुत पसंद व चाव से खाते हैं .. और कुछ भोज्य पदार्थों को सामने देखते ही नाक-मुंह सिकोड़ने लगते हैं ... उदाहरण के तौर पर कुछ लोग भिन्डी नहीं खाते .. कुछ करेला नहीं खाते .. बगैरह-बगैरह ...
इस तरह की आदतें बड़े हो जाने पर भी कुछ लोगों में बनी रहती हैं .. बड़े होने के बाद भी कुछ लोग कुछेक भोज्य पदार्थों को देखकर नाक-मुंह सिकोड़ते देखे जाते हैं ...
इस विषय पर मेरा चर्चा का आशय मात्र इतना है कि .. जितना मैंने भोज्य पदार्थों में पाये जाने वाले विटामिन्स व मिनरल्स के बारे में पढ़ा व सुना है ... उसके अनुसार प्रत्येक भोज्य पदार्थ हमारी सेहत के उपयोगी व महत्वपूर्ण है ...
हम .. दूध से, घी से, शहद से, करेला से, भिन्डी से, नीबू से, मैथी से, इत्यादि भोज्य पदार्थों से ... परहेज करना छोड़ दें ... सभी को गले से लगायें, सभी का सेवन आरम्भ करें .. भले छोटी-छोटी मात्रा में करें ... पर सेवन जरूर करें...
यहाँ .. मैं यह नहीं कह रहा कि प्रतिदिन खायें ... एक टारगेट बना लें कि प्रति सप्ताह खाना है या माह में कम से कम दो बार जरूर खाना है ... यह सेवन हमें वो विटामिन्स व मिनरल्स देगें जो हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए अति-आवश्यक हैं ....
एक समय के बाद .. यदि हमें कड़वी दवाईयां खाने से बचना है ... शॉपिंग मॉल की तरह तने व्यावसायिक अस्पतालों में जाने से बचना है .. तो ... हमें अपनी सेहत का स्वयं ध्यान रखना होगा ... नहीं तो .... उफ्फ .....
लापरवाही .. लापरवाहियां ... उफ्फ ....
स्वस्थ्य हैं तो जीवन है ... जान है तो जहान है .... !
~ श्याम कोरी 'उदय'
आज मैं एक ऐसे विषय पर चर्चा करने जा रहा हूँ जो हमारी सेहत व तंदुरुस्ती के लिए बेहद आवश्यक है .. बचपन में .. हम .. अक्सर ...
कुछ भोज्य पदार्थों को बहुत पसंद व चाव से खाते हैं .. और कुछ भोज्य पदार्थों को सामने देखते ही नाक-मुंह सिकोड़ने लगते हैं ... उदाहरण के तौर पर कुछ लोग भिन्डी नहीं खाते .. कुछ करेला नहीं खाते .. बगैरह-बगैरह ...
इस तरह की आदतें बड़े हो जाने पर भी कुछ लोगों में बनी रहती हैं .. बड़े होने के बाद भी कुछ लोग कुछेक भोज्य पदार्थों को देखकर नाक-मुंह सिकोड़ते देखे जाते हैं ...
इस विषय पर मेरा चर्चा का आशय मात्र इतना है कि .. जितना मैंने भोज्य पदार्थों में पाये जाने वाले विटामिन्स व मिनरल्स के बारे में पढ़ा व सुना है ... उसके अनुसार प्रत्येक भोज्य पदार्थ हमारी सेहत के उपयोगी व महत्वपूर्ण है ...
हम .. दूध से, घी से, शहद से, करेला से, भिन्डी से, नीबू से, मैथी से, इत्यादि भोज्य पदार्थों से ... परहेज करना छोड़ दें ... सभी को गले से लगायें, सभी का सेवन आरम्भ करें .. भले छोटी-छोटी मात्रा में करें ... पर सेवन जरूर करें...
यहाँ .. मैं यह नहीं कह रहा कि प्रतिदिन खायें ... एक टारगेट बना लें कि प्रति सप्ताह खाना है या माह में कम से कम दो बार जरूर खाना है ... यह सेवन हमें वो विटामिन्स व मिनरल्स देगें जो हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए अति-आवश्यक हैं ....
एक समय के बाद .. यदि हमें कड़वी दवाईयां खाने से बचना है ... शॉपिंग मॉल की तरह तने व्यावसायिक अस्पतालों में जाने से बचना है .. तो ... हमें अपनी सेहत का स्वयं ध्यान रखना होगा ... नहीं तो .... उफ्फ .....
लापरवाही .. लापरवाहियां ... उफ्फ ....
स्वस्थ्य हैं तो जीवन है ... जान है तो जहान है .... !
~ श्याम कोरी 'उदय'
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