Friday, September 29, 2017

संघर्ष

"जीवन का दूसरा एक नाम संघर्ष भी है ... यह कहना अतिश्योक्तिपूर्ण जरूर लगता है पर यह सच है कि .. जीवन की राह / राहें बेहद कठिन हैं ... जन्म से लेकर मृत्यु तक कदम-कदम पर संघर्ष है ....

ऐसा नहीं है कि ऐसे हालात सब के लिए हैं / होते हैं .... संसार में लगभग 10% ऐसे लोग भी हैं / होते हैं जिनके जीवन की राहें 'बाय बर्थ' नेशनल हाइवे की तरह स्मूथ होती हैं अर्थात ये लोग राजयोग में पैदा होते हैं जिनके जीवन में संघर्ष का कोई स्थान ही नहीं होता ...

खैर .. छोडो ... राजयोग की बातों में पड़ना उचित नहीं है ... सच तो ये है कि हम सभी कर्म प्रधान जीवन जी रहे हैं कर्म ही हमें अपने लक्ष्य पर पहुँचा सकते हैं, हमें सुख और शान्ति दे सकते हैं ....

हमारे कर्म व हमारी सोच कितनें सकारात्मक हैं ये हमारे जीवन व संघर्षों का निर्धारण करेंगे / करते हैं ... कर्म व सोच की सकारात्मकता वह ऊर्जा है जो संघर्षों को सुख व शान्ति में बदल देती है ....

सकारात्मक सोच .. सकारात्मक कर्म ... सकारात्मक आहार अर्थात विटामिन व मिनरल्स युक्त पौष्टिक आहार ... हमारे तन और मन को ऊर्जा प्रदान करते हैं ... संघर्षों से मुक्त करते हैं ....

हम अच्छे स्वास्थ्य के लिए कितने सजग हैं ... देखें .. जाँचें ... परखें .. और हमेशा सजग रहें ....
स्वस्थ्य रहें, मस्त रहें ....
स्वस्थ्य हैं तो जान है ... जान है तो जहान है !"

~ श्याम कोरी 'उदय'

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