Tuesday, April 22, 2014

फर्क ...

सच ! ऐसा लग रहा है कि - 
अभी भी, 
कुछ लोग, कुछ लोगों को, 
बहुत ही … 
हल्के में ले रहे हैं 
उफ़ ! बस … 
यही तो फर्क है 'उदय' 
'आम' और 'ख़ास' में ???

5 comments:

Arun sathi said...

सही यही तो लग रहा..है..पूंजीवाद हावी है..

रश्मि प्रभा... said...

http://bulletinofblog.blogspot.in/2014/04/blog-post_23.html

Unknown said...

चुनावी माहौल के संदर्भ में ... बहुत खूब

richa shukla said...

सही कहा.. nice..
http://prathamprayaas.blogspot.in/-सफलता के मूल मन्त्र

दिगम्बर नासवा said...

वाह ... क्या बात है ... सही कहा ...