सच ! पहले वो अपनी कीमत तो तय करें
फिर हम बताएँगे असली कीमत उनकी ?
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किताबों में उनका पूरा हिसाब-किताब है 'उदय'
बस, हमें तुम्हें और सब को जोड़ना-घटाना है ?
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वे बिना पेंदी के होके भी लुढ़के नहीं हैं अब तक
सच ! कमाल है !! गजब का बैलेंस है उनका !!!
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छल, झूठ, फरेब, और चालाकी
बस, है तेरी पहचान इत्ती-सी ?
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गर्जनाएं वहम पैदा कर रही हैं 'उदय'
और खामोशियाँ ? … सिर्फ चोटें ??
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